एक खूबसूरत लड़कि की कहानी | story of a beautiful

एक खूबसूरत लड़कि की कहानी story of a beautiful girl ek khubsurat ladki





सब्से खूब सूरत लडकि एक छोटे छै गाव मै सब्से खूब सूरत लडकि रेहती थी ईस लडकि का नाम सूहानी था सूहानी को अपने खूबसूरती का बहूत घूमान था गाव के सारे लडके सूहानी के पिछै पडे थे सूहानी जब घर के बहार नीकल्ती ती तो गाव के सारे लडके सूहानी को देख्ते रेह जाते ईतनी सूहानी खूबसूरत थी 

तैरी यादो मै मैहके तैरी यादो का मोसम 


लेकिन सूहानी को कोई भी लडका पसंद नही था बस ओ सिर्फ निचे देख्कर चली जाती थी ऐक दिन पास के गाव का लडका ईस गाव मै आया ओह लडका बहूत खूबसूरत था ईस लडके का नाम संजय था संजय रास्ते मै अपने दोस्तो के साथ बाते कर रहा था तब वहा से सूहानी वहा से निक्ली तब गाव के सारे लडके सूहानी को देख रहे थे लेकीन संजय नही देखता था 

एक गांव की सून्दर लडकि



सूहानी ने संजय को देखा तो सूहानी संजय को देख्ती रेह गयी सूहानी ने अपनी सखी को पूछा ऐह खूबसूरत लडका कोन है तब सूहानी की सखी ने जवाब दिया ईस खूबसूरत लडके का नाम संजय है ऐह संजय पास के गाव का है तब सूहानी ने पुछा संजय बहुत खूबसूरत है लेकीन ऐह मैरे सामने देख्ता क्यू नही फिर सूहानी की सखी ने जवाब दिया संजय प्यार ओर मोहोबत से बील्कूल अन्जान है 




संजय बहुत सिधा साधा लडका है उसे तूम प्यार मै नही फसा पावो गी फिर सूहानी ने कहा  मै संजय को फसाने की बात नही कर रही हू मै  खूद संजय के प्यार मै पड गई हू जाव तूम संजय को मैरे पास बूलाके लाव तब सूहानी की सखी ने कहा ठीक है फिर सूहानी की सखी संजय के पास आई और संजय को कहा 





संजय तेरा काम है मैरे साथ तू आव तब संजय ने कहा ठिक है चलो ओर संजय ओर सूहानी दोनो आम्ने साम्ने आऐ तब सूहानी ने संजय को  कहा संजय मै तूम्से बहुत प्यार करती हू तब संजय ने कहा मूजे तेरे जेसी लडकी पर बहुत नफरत है तब सूहानी ने कहा क्यू  संजय ने कहा तूम ईतनी सून्दर हो तो बहुत लडको से प्यार करती होगी 




सूहानी ने कहा मै जिन्दगी मै पेहली बार तूम्से प्यार कर रही हू मैने सपनो मै भी किसी से प्यार नही किया है मै सिर्फ तूमारी हू मै बेपनाह तूम्से मोहब्बत करती हू संजय अगर तूम मूजे नही मिले तो मै जिते जी मर जाउंगी तब संजय ने कहा ठिक है मै तूमारे साथ सादी करने के लिए तैयार हू लेकीन मैरी ऐक बात मानो तो तब सूहानी ने कहा बोलो क्या बात है तब संजय ने कहा




सादी के बाद तूम सिर्फ मैरे घर की उचे खानदानी की बहू बनके जिना होगा ओर तेरे खूबसूरती का तूमे कोई घूमान नही होना चाहिए सिर्फ तूम मैरी पत्नी बनकर रहोगी तब सूहानी ने कहा मूजे तेरी हर सरत मंजूर है फिर सूहानी ओर संजय सादी करते है ओर अपनी जिंदगी खूसी खूसी बिताते है  


अब ना कभी रूठे तेरे बादल का मोसम

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